रिलायंस JIO इन्फोकॉम ने कहा कि उसने पूरे भारत में 26 गीगाहर्ट्ज मिलीमीटर तरंगों में 5जी सेवाएं शुरू की हैं. कंपनी ने इन सेवाओं में दो गीगाबिट प्रति सेकंड (जीबीपीएस) तक की अधिकतम गति का दावा भी किया है.

Jio अपने उपयोगकर्ताओं के लिए लक्षित हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड सेवाएँ शुरू करने की योजना बना रहा है। ऐसा करने के लिए, कंपनी ने दूरसंचार विभाग (DoT) से WiFi-आधारित इंटरनेट सेवाओं के लिए अपने 26 GHz 5G स्पेक्ट्रम का उपयोग करने की अनुमति मांगी है। अभी, भारत में अधिकांश दूरसंचार कंपनियाँ मुख्य रूप से WiFi के लिए 5 GHz बैंड का उपयोग करती हैं, जबकि 3,300 MHz (C-बैंड) और 26 GHz बैंड 5G मोबाइल सेवाओं के लिए अलग रखे गए हैं। Jio ने पहले उल्लेख किया है कि वह फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस के लिए 26 GHz बैंड का उपयोग कर रहा है। नया दृष्टिकोण उन्हें केवल पारंपरिक मोबाइल नेटवर्क पर निर्भर किए बिना हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड प्रदान करने में सक्षम करेगा

रिलायंस JIO ने बयान में कहा, ‘‘JIO ग्राहक अब सभी 22 दूरसंचार सर्किलों में 26 गीगाहर्ट्ज एमएमवेव आधारित बिजनेस कनेक्टिविटी का उपयोग कर रहे हैं.”
कंपनी ने कहा कि उसने 17 अगस्त, 2022 को आवंटित स्पेक्ट्रम की शर्तों के तहत 22 दूरसंचार सर्किलों में प्रत्येक स्पेक्ट्रम बैंड में अपने न्यूनतम रोल-आउट दायित्वों को तय समय से पहले पूरा कर लिया है. JIO ने कहा कि उसके पास सबसे ज्यादा स्पेक्ट्रम पहुंच है. कंपनी के पास 22 सर्किलों में से प्रत्येक में एमएमवेव बैंड (26 गीगाहर्ट्ज) में 1,000 मेगाहर्ट्ज है, जो उच्च गुणवत्ता वाली स्ट्रीमिंग सेवाएं मुहैया कराते हैं.
रिलायंस JIO इन्फोकॉम के चेयरमैन आकाश अंबानी ने कहा, ‘‘5जी एमएमवेव के लाभों में अत्यधिक उच्च बैंडविड्थ और कम देरी शामिल है. एमएमवेव भरोसेमंद फिक्स्ड वायरलेस सेवाएं मुहैया करके लीज्ड लाइनों के लिए बाजार का विस्तार करेगा, जिससे लाखों छोटे और मझोले उद्यमों को डिजिटल बनाया जा सकेगा.”
उन्होंने कहा, ‘‘यह स्पेक्ट्रम दो जीबीपीएस तक की अत्य़धिक गति वाला ब्रॉडबैंड मुहैया करने में सक्षम है.”
JIO ने अगस्त, 2022 में आयोजित नीलामी में लो-बैंड, मिड-बैंड और एमएमवेव स्पेक्ट्रम को हासिल किया था.